लेकिन यह क्या ! कन्या के पैरों पर उसे उसका हाथ राक्षसों के हाथ जैसा दिखाई दिया। लेकिन यह क्या ! कन्या के पैरों पर उसे उसका हाथ राक्षसों के हाथ जैसा दिखाई दिया।
आधुनिक जीवन शैली में ,विदेश में नौकरी समाज का अभिन्न अंग बन चुकी है। पुराने सामान की तरह बूढ़े माँ -ब... आधुनिक जीवन शैली में ,विदेश में नौकरी समाज का अभिन्न अंग बन चुकी है। पुराने सामा...
एक लघुकथा...। एक लघुकथा...।
मोरल - मोरल वोरल कुछ नहीं ! बस आजकल के बुजुर्गों को बेबस, लाचार और कमजोर समझने की गलती कभी मत करो, क... मोरल - मोरल वोरल कुछ नहीं ! बस आजकल के बुजुर्गों को बेबस, लाचार और कमजोर समझने क...
अब तक कमला बिल्कुल बदल चुकी थी । सारे मोहल्ले वाले इसी अचरज में थे कि इसमें इतना बदलाव भला आया तो आय... अब तक कमला बिल्कुल बदल चुकी थी । सारे मोहल्ले वाले इसी अचरज में थे कि इसमें इतना...
‘‘बुढ़िया का फैशन देखा ! यह क्या मरने वाली है जल्दी ? मिले तो मरद कर ले।’’ उसने सुना था लक्ष्मी किसी ... ‘‘बुढ़िया का फैशन देखा ! यह क्या मरने वाली है जल्दी ? मिले तो मरद कर ले।’’ उसने स...